राजनीति में वीडियो वॉर: शॉर्ट फिल्म निर्माता की बढ़ी मांग

| 03-04-2023 12:50 PM 19

राजनीति में हलचल हो और फिल्म इंडस्ट्री के लोग शांत बैठें, कैसे हो सकता है. जैसे जैसे चुनावी सरगर्मी तेज हो रही है बॉलीवुड में शॉर्ट फिल्म बनाने वालों की मांग बढ़ रही है. कई शॉर्ट फिल्मिये मेकर आजकल राजनैतिक संपर्क साधते देखे जा सकते हैं. वजह है कि इनदिनों सोशल मीडिया पर देश की दो बड़ी राजनैतिक पार्टियां कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी चुनाव पूर्व  एक दूसरे के अवगुण गिनाने में जुड़ी हैं और वे ऐसा वीडियो द्वारा करने में लगी हैं. जाहिर है कुशल छोटी फिल्म बनाने वालों की मांग बढ़ गयी है.

 

बीजेपी का वीडियो:
"कांग्रेस फाइल्स सीजन वन एपिसोड वन"

भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस शासन में पिछले एक दशक का  घपला- वीडियो पिछले दिन सोशल मीडिया पर अपलोड किया है जिसे देखकर कहा जा सकता है कि किसी कुशल स्क्रीप्टकर और निर्देशक ने इसे तैयार किया होगा. तीन मिनट कस यह वीडियो बीजेपी के ऑफिसियल ट्वीटर हैंडल पर रिलीज किया गया है. यह वीडियो विपक्षी पार्टियों के उन सवालों का जवाब है जिसमे वे इंडस्ट्रियलिस्ट गौतम अडानी को लेकर पूछे हैं.

 

कांग्रेस फाइल्स सीजनवन एपिसोड वन में कांग्रेस के दश सैलून के करप्शन की चर्चा है जब डॉ.मनमोहन सिंह प्रधान मंत्री होते थे.इसमे मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी को भी दिखाया गया है और मनमोहन सिंह के लिए 'मौनी बाबा' शब्द का इस्तेमाल किया गया है. वीडियो में बताया गया है कि 70 सालों में कांग्रेस ने देश को कैसे लूटा है.इसमें जिक्र है कि 48,20,69,00,00,000 रुपयों की लूट हुई है. इतने बड़े अमाउंट में भारतीय नौसेना के 24 वॉर शिप INS विक्रांत बनाए जा सकते थे. 300 रफाले जेट खरीदे जा सकते थे और करीब 100 मिशन मंगल अभियान पूरा हो सकता था. और भी बहुत कुछ बातें सधी हुई पटकथा में हैं इस वीडियो में, जैसे- यूपीए सरकार के समय कोयला स्केम, 2G स्केम आदि. आरोप है कि मौनी बाबा के खामोश रहने के दौरान ये करप्शन हुए हैं. 

 

कांग्रेस फाइल्स सीजन एक के  एपिसोड दो में क्या आएगा, इसके जिक्र में नेहरू गांधी परिवार की  2 करोड़ की किसी पेटिंग का जिक्र है. बात दें कि इसके पहले 23 मार्च को बीजेपी ने जो वीडियो रिलीज किया था,वो प्रधान मंत्री के विकास कार्यों को लेकर था, जिसका नाम किसी फिल्म की टाइटल की तरह था "मुझे चलते जाना है". जाहिर है अब कांग्रेस पार्टी के अगले वीडियो का लोगों को इंतेज़ार है. किसी फिल्म या OTT के जैसे नाम वाले, सधी स्क्रिप्ट और प्रस्तुति वाले वीडियो बनाने वाले शार्ट फिल्म मेकरों की मांग बढ़नी स्वाभाविक है.