जो खुद ही रौशन दीपिका हो, जिसकी मुस्कान में सौ सौ बिजलियाँ हो,  वो क्यों न दीपावली रानी दीपिका पादुकोण हो

| 04-11-2021 5:30 AM 1 view

  • सुलेना मजुमदार अरोरा

दीपावली की आहट पाते ही दीपिका का चेहरा खिल जाता है। अक्सर इस डिम्पल्ड सुंदरी की मुस्कुराहट, चंचलता, हंसी, नृत्य और मस्ती की तुलना किसी अनार या फुलझड़ी से की जाती है। एक बार कार्तिक आर्यन से ये सवाल किया गया था कि जब दीवाली पर अनार का नाम लिया जाता है तो इस आतिश की तुलना किस एक्ट्रेस से हो सकती है? तब झट से कार्तिक ने दीपिका का नाम लिया था।  दरअसल रोशनी के साथ तो दीपिका का रिश्ता खानदानी  है। पापा का नाम प्रकाश, यानी रौशनी, मॉम का नाम उज्ज्वला यानी रौशनी, बहन का नाम अनिशा यानी रौशनी और खुद दीपिका के अर्थ भी तो रौशनी ही है। दीपावली पर एक इंटरव्यू के दौरान कई साल पहले उन्होंने कहा था, 'दिवाली मुझे सब त्योहारों से ज्यादा प्रिय है क्योंकि यह रौशनी से जुड़ा हुआ पर्व है। रौशनी मतलब उजाला, आनंद, खुशी और शांति। जब मन में उजाला हो तो दुनिया उज्ज्वल और सुंदर महसूस होती है और जब मन में अंधेरा हो तो दिवाली की हज़ार दीपमालाएं भी फीकी लगती है।' कोरोना काल से पहले तक, दीपिका ने बचपन से हर दीवाली त्यौहार धूमधाम से मनाने की बात कही थी। लेकिन कोरोना पेंडमिक के कारण वो अब सिर्फ अपने घर पर दीवाली मनाती है। पूछने पर वे बोली थी, 'आज  जब घर के सीमित वातावरण में दिवाली जैसा रौनकपूर्ण त्योहार मनाने की नौबत आ गई है तो बड़ा अजीब सा लग रहा है।  इस तरह की दिवाली को मैं बिटर स्वीट एक्सपीरियंस कहूंगी।' तो किस तरह से मना रही हैं दीपिका इस वर्ष की दिवाली? दीपिका बताती है, 'घर को सजाना मेरा बचपन से ही शौक रहा है। छोटी सी थी तब से मैं हर त्योहार पर खुद अपने घर की साफ सफाई करती थी, मैं सफाई फ्रीक हूँ। अलमारी और ड्रावर को क्लीन करना मेरा पहला काम होता था। पुरानी यूज़लेस चीज़े विदा करके सब चकाचक कर लेती थी। मॉम से कहकर घर के सारे पर्दे, सोफे कवर सब नया करवाती थी। दरवाजों के लिए फूलों का बंदनवार चुनना,  दरवाजे पर रंगोली बनाना सब मैं बड़े शौक से करती थी। मॉम जब दिवाली पर्व के लिए कोई स्पेशल डिश या स्वीट प्रिपेयर करती तो मैं उसमें भी उन्हें  हेल्प करती थी। आज भी मैं बिल्कुल नहीं बदली हूँ। अपने घर और कमरे, अलमारी दराजों को क्लीन करना मुझे बहुत अच्छा लगता है। शूटिंग की वजह से मुझे टाइम नहीं मिलता है लेकिन त्योहारों के मौके पर मैं अपने हाथों से घर सजाना और क्लीन करना पसंद करती हूँ।'

जब दीपिका से पूछा गया कि क्या  उन्हें त्योहारों के मौकों पर कुछ स्पेशल कुकिंग आती है?' तो दीपिका ने कहा, 'मुझे कई स्पेशल स्वीट्स बनानी आती है, जो मैं अक्सर बनाती हूँ लेकिन उसमें अपना स्टाइल और ट्विस्ट जरूर डालती हूँ, मुझे मीठी चीज़े, चॉकलेट्स वगैरह बहुत पसंद है औऱ मैं विशेष अवसरों पर वो खुद खाना और खिलाना पसन्द करती हूँ। लॉक डाउन के दिनों में मैनें किचन में काफी कुछ हाथ आजमाया है जो हमारे फैमिली मेम्बर्स को बहुत पसंद आया।' दीपिका के लिए दीपावली का मतलब क्या है? पूछने पर वे बोली, 'मेरे लिए हर त्यौहार फैमिली टाइम है। यह आज की बात नहीं, बचपन से यही रूल है हमारे फैमिली में। त्यौहार मतलब सबका घर पर होना जरूरी है। सब एक साथ पूजा करेंगे, साथ बैठकर नाश्ता , लंच, डिनर करेंगे, एक साथ शाम बिताएंगे। यानी पूरी तरह से फैमिली को समर्पित होना चाहिए घर के सबको। सिर्फ दिवाली ही नहीं, बल्कि हर त्यौहार, हर छुट्टी। इस साल भी पिछले वर्ष की तरह दिवाली उत्सव हम लो-की में मनाएंगे। लास्ट ईयर भी कोविड पेंडमिक के कारण कोई किसी के घर या पार्टी में नहीं गए, बल्कि शायद किसी ने दिवाली पार्टी रखी ही नहीं। बस सिर्फ घर को सजाया था, रंगोली बनाई थी, घर, द्वार, विंडोज को मिट्टी के दीए से सजाया था, पूजा रखी थी और सिर्फ हमारा परिवार शामिल था इसमें। इस वर्ष भी ऐसा ही रहेगा सब कुछ क्योंकि अभी कोरोना की समस्या खत्म नहीं हुई। हम सबको कोविड से बचाव के सारे रूल्स फॉलो करना चाहिए। मेरे घर पर मेरे फैमिली मेंबर्स, सारे उपस्थित होंगे और दिवाली का अर्थ मेरे लिए फैमिली का साथ ही तो है।'

पटाखा फोड़ने को लेकर दीपिका ने कहा था, 'मैं पटाखें नहीं फोड़ती, बचपन से ही बड़े पटाखों के धमाके मुझे पसंद नहीं थे, कभी शगुन की फुलझड़ी जला लेती हूँ।  दीवाली पर रौशनी से घर को उज्जल करना, पूजा करना, ट्रेडिशनल नए खूबसूरत पोशाकों में सजना सँवरना, फैमिली के साथ आनंददायक वक्त बिताना और सबको दिवाली विश करना यही मेरे लिए हैप्पी दिवाली है।' जब पूछा गया कि पूजा के दौरान वो क्या माँगती हैं माँ लक्ष्मी से?' तो दीपिका ने कहा, 'मैं दुआ माँगती हूँ सबके लिए, मेरे फैमिली, फ्रेंड्स, वेल विशर्स, फैन्स,  फ़ॉलोअर्स सबके लिए सिर्फ मन की शांति और अच्छा स्वास्थ्य की दुआ माँगती हूँ। हेल्थ है तो सब कुछ है, मन की शांति है तो वो धनवान है।'